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तुलसी के फायदे
भारत मे तुलसी (Tulsi) को बहुत ही एक पवित्र पौधा माना जाता है। अधिकांश घरों में तुलसी पाई जाती है। हर घरों मे तुलसी की पूजा देवी की तरह की जाती है, धार्मिक दृष्टिकोण के साथ-साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी तुलसी का बहुत ज्यादा ही महत्व है। इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको तुलसी के फायदे, उपयोग और महत्व के बारे में विस्तृत रुप से उल्लेख कर रहे हैं।
तुलसी क्या है? (Tulsi kya hai)

तुलसी (Tulsi)को तुलसी इसलिए कहा जाता है,क्योंकि पूरे आयुर्वेद में ऐसी कोई औषधि (medicine) नही है जो तुलसी की बराबरी कर सके। तुलसी का वैज्ञानिक नाम ओसिमम सेक्टम (Ocimum tenuiflorum) और समान्य तौर पर तुलसी नाम से जाना जाता है। जबकि अंग्रेजी में इसे होली बेसिल कहा जाता है। तुलसी को पूरे भारत में पाया जाता है। समान्य रुप से यह मध्यप्रदेश में अधिक पाया जाता है। पवित्र तुलसी का पौधा एक छोटा वार्षिक या अल्पकालिक बारहमासी झाड़ी है, जिसकी ऊंचाई 1 मीटर (3.3 फीट) तक होती है। तने बालों वाले होते हैं और तने के साथ साधारण दाँतेदार या पूरी पत्तियाँ विपरीत रूप से धारण करते हैं। सुगंधित पत्तियां हरे या बैंगनी रंग की होती हैं,जो विविधता पर निर्भर करती हैं। तुलसी एक प्रकार की ऐसी औषधि है, जो विभिन्न प्रकार की बिमारियों में काम आती है। सर्दी-जुकाम,खॉसी,दंत रोग और श्वास सम्बंधी रोग के लिए तुलसी बहुत ज्यादा ही लाभकारी है।
किस दिशा मे लगाना चाहिए तुलसी का पौधा…

आप इसे पढ़कर समझ सकते है कि किस दिशा में तुलसी का पौधा रखने से आपका घर सकरात्मक ऊर्जा से भरा रहेगा। वास्तुशास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा घर की उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है । घर के पश्चिम-दक्षिण मे तुलसी का पौधा लगाने से तरक्की के रास्ते खुलते है। दक्षिण-पूर्व दिशा धन के देवता कुबेर की होती है इसलिए इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाना बेहद शुभ होता है ।
तुलसी के फायदे (Tulsi Ke Fayde in Hindi)

यह अनमोल पौधा तुलसी मुख्य रुप से भारत में तीन तरह की पाई जाती है, जो स्वास्थ्य से लेकर वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। जानिए तुलसी के यह 3 प्रकार –
1.रामा तुलसी (Rama Tulsi)

इसकी पत्तियां एकदम कंचन हरी रंग की दिखाई देती है। इसका इस्तेमाल पाचन, पसीना और बच्चों की सर्दी-खांसी की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। रामा तुलसी के पौधे में काफी औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।
2.श्यामा तुलसी (Shyama Tulsi)

श्यामा तुलसी को कृष्ण या काली (Black Tulsi) तुलसी भी कहा जाता है। इस तुलसी की पत्तियां जामुनी रंग की होती है। इसका बोटैनिकल नाम (Ocimum Tenuiflorum) है। यह तुलसी बुखार, इम्युनिटी बढानें, मानसिक तनाव,और पेशाब की समस्या इत्यादि के लिए लाभकारी होता है ।
3.वन तुलसी (Tulasi van)

इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की होती है। वन तुलसी के पत्तों को पीसकर लगाने से बुखार की वजह से होने वाली शरीर की जलन ठीक होती है।
तुलसी के फायदे और उपयोग (Tulsi ke Fayde in Hindi)

तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण मौजूद है। आयुर्वेद में भी तुलसी के पौधे का बड़ी मात्रा में उपयोग किया जाता है। तुलसी के पौधों के कई उपयोग और फायदे है जिससे हमें कई रोगों में लड़ने में सहायता मिलती है। लोग इसका उपयोग अपनी जरुरत के हिसाब से पूजा-पाठ,सर्दी-खासी,गले में खरास आदि में बड़ी मात्रा में करते है। मुख्यरुप से अगर देखा जाएं तो तुलसी का इस्तेमाल किसी भी उम्र का इंसान अगर उपयोग कर रहा है तो इसका कोई साइड इफ़ेक्ट (Side Effect) नही होता है। तुलसी में विटामिन A, विटामिन C और विटामिन K पाया जाता है। इसके साथ-साथ इसमें कैल्शियम, मैग्नीसियम, फासफोरस और आयरन तत्वों से युक्त होता है तुलसी। आइएं हम एक-एक करके विस्तार से आपको बताते है तुलसी के फायदे (Tulsi ke Fayde) के बारे में….
1. डायबिटीज में फायदेमंद है तुलसी की पत्तियां (Diabetes Me Fayedemand Hai Tulsi Ki Patiya)

डायबिटीज में तुलसी के पत्तें खाने से काफी फायदा मिल सकता है। क्योंकि इसमें एंटी-आक्सीडेंट प्रापर्टीज मिलती है, जिसकी वजह से इन्सुलिन सेंसटिविटी बढ़ती है और ब्लड सुगर कम होने से डायबिटीज को कंट्रोल करना काफी आसान हो जाता है। डायबिटीज के मरिज अगर प्रतिदिन खाली पेट तुलसी के 4-5 पत्तों का सेवन करें तो ऐसा करने से डायबिटीज के मरिज को काफीहद तक आराम मिलता सकता है।
2. हार्ट को सुरक्षित रखने में लाभकारी है तुलसी की पत्तियां (Basil Leaves are Beneficial in Protecting the Heart)

अगर आप तुलसी का सेवन करते है तो यह आपके कोलेस्ट्राल को कंट्रोल में रखते है। जिससे हार्ट भी सुरक्षित रहता है। रिसर्च मे तो यहां तक कहा गया है कि रोज तुलसी के पत्ते के सेवन से हार्ट से जुड़ी कोई परेशानियां ही नही होगी। तुलसी में विटामिन सी, फास्फोरस, कैल्शियम होता है जो व्यक्ति को हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन, हार्ट फेलियर और दिल की अन्य बीमारियों से बचाते है।
3. स्मोकिंग छुड़ाने में भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves are Also Beneficial in Quitting Smoking)

नशा एक ऐसी बीमारी जिसका सेवन करने के बाद इंसान उसका आदि बन जाता है। फिर वह इसे छोड़ना भी चाहे तो उसे इसमें असफलता ही हाथ लगती है। लेकिन आपको घबराने की जरुरत नही है,अगर आप वास्तव में इसे छुटकारा पाना चाहते है तो आपको तुलसी के पत्ते से काफी राहत मिल सकती है। अब आप सोचेंगे कैसे? इसका मतलब बहुत साधारण है,अगर आप सिगरेट पीते है तो छोड़ दीजिए। फिर जब आपको सिगरेट पीने का मन करे तो उसके बदले में तुलसी के पत्ते को खां लिजिएं। क्योंकि तुलसी के पत्ते में एंटी-स्ट्रेस भी होते है। इसके सेवन से आप सिगरेट की कमी से होने वाले स्ट्रेस से खुद को बचा सकते है।
4. कान के दर्द में भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves Are Also Beneficial in Ear Pain)

अगर आप कान के दर्द से परेशान है तो इससे आराम के लिए आप तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल कर सकते है। सबसे पहले आप तुलसी के पत्ते को सरसों तेल मे भून लीजिएं और फिर इसमें लहसुन का रस मिलाकर कान में डाल लीजिए। ध्यान इस बात का रखना है आपको की 1-2 बूंद ही कान में डालना है। ऐसा करने से आपको 2-3 दिन में राहत मिल सकती है।
5. खांसी के लिए में भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves are Also Beneficial for Cough)

आमतौर पर अगर आपको खांसी हो जाती है तो आप सिरप का इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आपको पता है कि घरेलू नुस्खे से भी अपनी खांसी को ठीक कर सकते है। उसके लिए आपको कही घर से दूर जाने की भी जरुरत नही है, वह आपके घर में ही मौजूद है, जिसका नाम है ‘तुलसी ’जी हां आपने सही पढ़ा, आठ तुलसी के पत्ते और 5 लौंग को एक कप पानी में डाले और 10 मिनट के लिए उसे उबाल लें। थोड़ा अगर आप इसे स्वादयुक्त बनाना चाहते है तो जरुरत के अनुसार आप नमक का भी इस्तेमाल कर सकते है। उसके बाद आप इसे ठंडा होने दीजिए फिर खांसी में राहत के लिए इसे पी लीजिएं।
6. त्वचा संक्रमण के लिए भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves are also Beneficial for Skin Infection)

250 ग्राम तुलसी के पत्तों को बराबर मात्रा मे पीसकर उबाल ले।उसके बाद इसके पत्तों को नींबू के रस में बराबर की मात्रा में मिलाएं। ऐसा करने से आपको दाद, खुजली जैसे संक्रमणों से राहत मिल सकती है। क्योंकि तुलसी में एंटीबायोटिक गुण मौजूद होते है। जो बैक्टीरिया को शरीर में विकास करने से रोकती है।
7. पथरी में भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves are Also Beneficial in Stones)

अगर आपके गुर्दे में पथरी है तो आपको परेशान होने की जरुरत नही है। बस आपको नियमित तुलसी के साथ शहद मिलाकर उसके अर्क का लगातार सेवन करना है। अगर आप नियमित रुप से इसका सेवन छ:महिने लगातार करते है तो आपको इसका असर दिखना शुरु हो जाएगा। तुलसी में मौजूद पोषक तत्त्व शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को सही रखते हैं जिससे पथरी बनने की समस्या रूक जाती है।
8. सर्दी-जुकाम के लिए भी लाभकारी है तुलसी की पतियां (Basil Leaves are also Beneficial for Cold and Flu)

अगर आप सर्दी-जुकाम से परेशान है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरुरत नही है। आप घर बैठे ही इससे निजात पा सकते है। बस आपको तुलसी की पत्तियों को चाय में उबालकर पीना होगा। इसके साथ-साथ हर कुछ मिनट में अदरक के साथ तुलसी के पत्ते को चबाने से भी आपको काफी राहत मिल सकती है।
9. महिलाओं में पीरियड्स में अनियमितता में तुलसी बीज के फायदे (Benefits of Basil Seed in Irregular Periods in Women)

महिलाओं में पीरियड्स के दौरान कई तरह की समस्याएं होती हैं| इसकी वजह से वे बहुत परेशान रहती हैं| ऐसे में तुलसी के बीज का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है| पीरियड्स में अनियमितता को दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन करना चाहिए।
10. दस्त या गैस की समस्या में भी है तुलसी के फायदे (The Benefits of Basil are also in the Problem of Diarrhea or Gas)

आज के समय में गैस आप समस्या बन गया है। बच्चा, बूढ़ा या जवान कोई इससे अछूता नही है, क्योंकि हमारी खान-पान ही ऐसी हो गई है। लेकिन आपको अब परेशान होने की जरुरत नही है। इस घरेलू नुस्खें के उपयोग से अब आप भी राहत पा सकते है। 1 ग्लास पानी में 10-15 तुलसी की पत्तियां डालकर काढ़ा बनाकर और उसमें चुटकी भर नमक डालकर पीने से आपको काफी राहत मिल सकती है।
11. लीवर की समस्या में भी फायदेमंद है तुलसी (Basil is also Beneficial in Liver Problem)

अगर आप लीवर की समस्या से परेशान है तो तुलसी की 10-12 पत्तियों को गर्म पानी से धो कर प्रतिदिन सुबह खाने से आपको काफी आराम मिल सकता है। तुलसी में कई ऐसे गुड़कारी तत्व पाए जाते हैं जो ना सिर्फ लीवर को मजबूत बनाते हैं बल्कि थाइरोइड, गैस और लीवर से जुड़ी कई समस्याओं में भी लाभकारी सिद्ध होते हैं।
12. वजन घटाने में भी तुलसी लाभकारी (Basil is also Beneficial in Weight Loss)

आज के समय में सब फीट और स्वस्थ रहना चहता है जिसके लिए योग, कसरत, जीम का बखूबी इस्तेमाल लोग कर रहे है। लेकिन जब इंसान तनाव में रहता है तो अक्सर उसकी भूख बढ़ जाती है। ऐसे में इंसान अपनी डाइट से ज्यादा खाने लग जाते है। फलस्वरूप वजन तो बढ़ना ही है। क्योंकि तुलसी के प्रयोग से तनाव के लिए जिम्मेदार हार्मोन कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता है, इस लिहाज से यह कहा जा सकता है कि तुलसी वजन घटाने में कारगर सिद्ध होती है।
13. चोट लगजाने पर भी तुलसी का सेवन है फायदेमंद (Consumption of Basil is Beneficial even after Injury)

कहीं भी कटने-छिलने या चोट लग जाने पर तुलसी के पत्तों को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है। तुलसी में एंटी बैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो घाव को पकने नहीं देते।
14. पेट खराब होने पर भी तुलसी का सेवन है फायदेमंद (Consumption of Basil is Beneficial even if the Stomach is Upset)

अगर आप लूज मोशन से परेशान है तो जीरे के साथ तुलसी के पत्ते को मिलाकर पीस लें। दिनभर में 4 बार सेवन करे,तथा उसके बाद गरम पानी को पीये।ऐसा करने से लाभ अवश्य मिलेगा।
15. सिर दर्द में भी तुलसी का सेवन है फायदेमंद (Consumption of Basil is also Beneficial in Headache)

अगर आप सिर दर्द को घरेलू नुस्खे से खत्म करना चाहते है तो तुलसी के औषधीय गुण आपको सिर दर्द से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके लिए आपको तुलसी के पत्तों और चंदन दोनों को मिलाकर पेस्ट बनाना है और अपने माथे पर लगाना हैं। इसके अलावा आप तुलसी की पत्तियों को सुखा कर भी इनका सेवन भी कर सकते हैं। ये सूखी पत्तियां श्वास, माइग्रेन और सिर दर्द को कम करने में मदद करती हैं।
16. कैंसर के उपचार में तुलसी का सेवन है फायदेमंद (Consumption of Basil is Beneficial in the Treatment of Cancer)

अगर आप सिर दर्द को घरेलू नुस्खे से खत्म करना चाहते है तो अध्ययनों से पता चलता है कि तुलसी में फाइटो केमिकल्स होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं, जिसमें रासायनिक प्रेरित त्वचा, यकृत, मौखिक और फेफड़ों के कैंसर शामिल हैं। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो सकारात्मक रूप से जीन अभिव्यक्तियों को बदलता है। एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंसर ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद करते हैं। पशुओं पर किये गए अध्ययनों के अनुसार तुलसी से निकाले गए रस का उपयोग करने पर मृत्यु दर में कमी देखी गई। इसका अर्थ यह है कि तुलसी का उपयोग कैंसर के उपचार के लिए पूरक के रूप में किया जा सकता है।
तुलसी और पांच तुलसी ड्रॉप्स के अनेकों फ़ायदे हैं| इस तरीके से आप तुलसी का इस्तेमाल करके सिर्फ व सिर्फ घरेलू नुस्खें से आसानी से इसका लाभ पा सकते है, और स्वास्थ्य संबंधित समस्यायों से निजात पा सकते है। आप को यह भी जानना जरुरी है की पंच तुलसी क्या है। पंच तुलसी पांच प्रकार के तुलसी से बना हुआ है – श्याम तुलसी, राम तुलसी, श्वेत/विष्णु तुलसी, वन तुलसी, नींबू तुलसी।
पंच तुलसी ड्रॉप्स के फायदे (Panch Tulsi Drops Benefits in Hindi)
आपको नाम से ही ये समझ आ गया होगा कि पांच तुलसी को मिलकर पंच तुलसी बनती है। पंच तुलसी में श्याम तुलसी, विष्णु तुलसी, राम तुलसी, नींबू तुलसी, वन तुलसी आते हैं। पंच तुलसी ड्रॉप्स के फायदे अनेक हैं|
पंच तुलसी ड्रॉप्स के फायदे –
- सांस के दुर्गन्ध को दूर करता है
- त्वचा में निखार लाता है
- मौसमी बिमारियों से राहत देता है
- मुंह के छालों में लाभदायक है
- फेफड़ों में सूजन दूर करता है
पंच तुलसी ड्रॉप्स के फायदे उठाने के लिए एक कप में गर्म पानी लें और उसमें 2 से 3 ड्रॉप्स पंच तुलसी के डालें और फिर उसका सेवन करें।
अगर आप को तुलसी आरक के फायदे (tulsi ark ke fayde) लेने हैं तो Roncuvita ke panch tulsi प्रोडक्ट का सेवन करें|