पेट दर्द क्या है? जानें इसके कारण और घरेलू इलाज

आपने देखा होगा कि समय-समय पर हर किसी को पेट दर्द का अनुभव होता है। यह हल्का या गंभीर हो सकता है। कभी-कभी यह निरंतर भी होता रहता है। पेट दर्द (Stomach pain in Hindi) अल्पकालिक तीव्र हो सकता है या हफ्तों, महीनों या वर्षों पुरानी भी हो सकता है। यदि आपके पेट में दर्द इतना गंभीर है कि आप अधिक दर्द के बिना हिल नहीं सकते हैं, या आप अभी भी नहीं बैठ सकते हैं या एक आरामदायक स्थिति नहीं पा सकते हैं, तो अपने चिकित्सक को तुरंत बुलाएं। यदि दर्द के साथ अन्य चिंताजनक लक्षण भी हों तो तत्काल चिकित्सा सहायता लें। आमतौर पर पसलियों के नीचे श्रेणि और कमर के ऊपर ट्रंक के हिस्से में महसूस होता है। इसकी तीव्रता हल्के दर्द से लेकर गंभीर और अक्षम करने वाले दर्द तक हो सकती है। जबकि पेट दर्द सामान्य नहीं है। यह जरूरी नहीं कि गंभीर हो, और यह अक्सर अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन पेट दर्द के कुछ रूप गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का संकेत दे सकते हैं। इसलिए उन संकेतों को पहचानना महत्वपूर्ण है जो संकेत कर सकते हैं कि आपको एक अंतर्निहित समस्या है जिसमें चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता है।

पेट दर्द क्या है? (Stomach Pain Meaning in Hindi)

Stomach pain in Hindi

पेट दर्द आपके पेट में पसलियों से लेकर श्रेणि तक बेचैनी है जो आपके पेट में कही भी हो सकता है। इस तरह की समस्या जब पेट में होती है उसे पेट दर्द कहते है। इतना ही नही इसके अलावा यह किसी भी आंतरिक अंगों में भी हो सकता है। जब आपको तीन महीने या उससे अधिक समय तक पेट में दर्द रहता है, तो इसे एक पुरानी चल रही समस्या माना जाता है। हालांकि यह समय अवधि सटीक नहीं है। पेट में दर्द कई रूपों में आता है जैसे ऐंठन, छुरा घोंपना दर्द से लेकर लगातार सुस्त पेट दर्द तक हो सकता है। इतना ही नही यहां तक ​​कि हल्का दर्द भी गंभीर स्थिति का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।

यही वजह है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाता अक्सर इन रोगियों की स्थिति में बदलाव के लिए उनकी निगरानी करते हैं। ध्यान रखें कि पेट दर्द एक व्यक्तिपरक लक्षण है जिसे स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों द्वारा विश्वसनीय रूप से नहीं मापा जा सकता है। जब आपको पेट में दर्द होता है, तो आपको बुखार, उल्टी या दस्त जैसे अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। यदि आपका दर्द स्थानीयकृत है या पूरे पेट में मौजूद है, तो प्रदाता आपसे सावधानीपूर्वक पूछताछ करेंगे। वे पूछेंगे कि क्या दर्द अधिक तीव्र बनाता है और क्या इसे शांत करता है। क्या खाने या स्थिति बदलने से दर्द बदल जाता है? क्या यह आपको नींद से जगाता है? क्या यह शरीर के दूसरे भाग में चला जाता है? आपके उत्तर महत्वपूर्ण नैदानिक ​​सुराग प्रदान कर सकते हैं।

पेट दर्द होने के आमकारण (Reasons for Stomach Pain)

चूंकि पेट कई अंगों का घर होता है, इसलिए कई तरह की समस्याएं दर्द का कारण बन जाती हैं। बेचैनी छाती और श्रोणि जैसे आस-पास के क्षेत्रों से भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए आइएं जानते है पेट दर्द के आम  कारण कौन-कौन से है?

1. पाचन संबंधी समस्याएं

कब्ज

Reasons for Stomach Pain

गैस

acidity

खट्टीडकार

Indigestion

पेट की समस्या

stomach problems

2. अपेंडिसाइटिस

appendicitis

3. विषाक्त भोजन

food poisoning

4. खाद्य प्रत्युर्जता

food allergies

5. पित्त पथरी

gallstones

6. डायवर्टीकुलिटिस

Diverticulitis

7. हरनिया

hernia

8. सूजन आंत्र रोग

inflammatory bowel disease

9. एंडोमेट्रियोसिस

endometriosis

10. मासिक धर्म ऐंठन

Menstrual Cramps

11. दिल का दौरा

heart attack

12. न्यूमोनिया

pneumonia

13. छाती की समस्या

chest problem

14. मूत्र मार्ग में संक्रमण

Urinary tract infection

15. अंडाशय पुटिका

ovarian vesicle

पेट दर्द में वह लक्षण जो हो सकते है चिंता के कारण

यदि आपका पेट में दर्द गंभीर है या इसके साथ निम्न में से कोई भी लक्षण है  तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

1. मतली, बुखार, या कई दिनों तक भोजन को कम रखने में असमर्थता

fever

2. मल में खून

Blood in the stool

3. सांस लेने मे तकलीफ

Difficulty in breathing

4. खून की उल्टी होना

vomiting blood

5. दर्द गर्भावस्था के दौरान होना

pain during pregnancy

6. पेट स्पर्श करने के लिए कोमल है

belly is tender to touch

7. दर्द पिछले दिनों पेट में चोट का परिणाम का होना

Pain due to injury in the abdomen in the past

8. दर्द कई दिनों तक रहता है

pain lasts for several days

पेट दर्द से राहत के घरेलू उपाय (Stomach Pain Remedy)

1. केले  का सेवन (Intake Banana)

Intake Banana

केला फलों की दुनियां में गुमनाम नायक है। इसके साथ ही अत्यधिक औद्योगीकृत खाद्य पदार्थों जैसे अंडे और मांस के विपरीत केला जीव विज्ञान का चमत्कार है, और विश्व स्तर पर चौथी सबसे मूल्यवान खाद्य फसल में से एक है।अमेरिकी हर साल 3 मिलियन टन केले खाते हैं और वे वॉलमार्ट में सबसे ज्यादा बिकने वाली वस्तु में से एक हैं। केले आमतौर पर पोटेशियम के अच्छे स्रोत होने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन अमेरिकी कृषि विभाग के माईप्लेट दिशानिर्देशों के मुताबिक उनके पोषण मूल्य वहां खत्म नहीं होते हैं।

वास्तव में, यह फल विटामिन और खनिजों से भरपूर है जो आपके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं, जो उन्हें दुनिया के सबसे आकर्षक सुपरफूड्स में से एक बनाते हैं। इसमें में विटामिन बी6, पोटैशियम और फोलेट पाया जाता है। ये पोषक तत्व ऐंठन, दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। केले ढीले मल में बल्क मिलाकर भी मदद कर सकते हैं। जिससे दस्त को कम किया जा सकता है।

2. नारियल पानी का सेवन (Drink Coconut Oil)

Drink Coconut Oil

आपने देखा होगा कि नारियल पानी का उपयोग लोग आज के समय में बड़ी मात्रा में करते है। वैसे यह स्वाद में ही नही इसके साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेंमंद माने जाते है। इसमें शरीर के लिए फायदेमंद कई तरह के विटामिन्स, मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट पाए जाते हैं। जो आपको कई सेहत लाभ देते है। इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम की उच्च मात्रा होती है। ये पोषक तत्व दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। नारियल पानी रिहाइड्रेटिंग के लिए भी उपयोगी है और अधिकांश स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की तुलना में एक बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें कैलोरी, शुगर और एसिडिटी भी कम होती है। हर 4-6 घंटे में 2 गिलास नारियल पानी धीरे-धीरे पीने से पेट की ख़राबी के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

3. चावल का सेवन (Take Rice)

Take Rice

आमतौर चावल हमारे भोजन में शामिल होने वाले आहार में से एक है। कुछ लोग इसे हल्का तो कुछ इसे मोटा होने वाला भोजन बताते है। प्रतिदिन के भोजन में शामिल चावल शरीर में कॉम्प्लेक्स, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन- बी की आपूर्ति करता है। चावल को मांड के साथ खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। मैग्नीशियम और पोटेशियम के उच्च स्तर के कारण दर्द और ऐंठन को कम करन में यह फायदेंमंद होता है। कोई व्यक्ति जिसे उल्टी हो रही है या दस्त है, वह धीरे-धीरे आधा कप सादा अच्छी तरह से पका हुआ चावल खाने की कोशिश कर सकता है। उल्टी के आखिरी एपिसोड के बाद कम से कम कुछ घंटों तक इंतजार करना सबसे अच्छा है। दस्त बंद होने तक व्यक्ति 24-48 घंटों तक ऐसा करना जारी रख सकता है। चावल भी बीआरएटी आहार का हिस्सा है जिसकी सलाह डॉक्टर अक्सर देते हैं।

4. पुदीना का इस्तेमाल करना (Use Pudina)

Use Pudina

यह एक गुणकारी खुश्बूदार पौधा है। कई शोध में यह पाया गया है कि सेहत पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। भारत समेंत विश्व के कई देशों में इसकी खेती की जाती है। अधिकांश लोगों को लगता है कि पुदीने का सेवन करने का सबसे आसान तरीका तैयार हर्बल चाय पीना है जिसमें पुदीना प्राथमिक घटक है। ऐसी कई चाय ऑनलाइन उपलब्ध हैं। आमतौर पर लक्षणों में सुधार होने तक रोजाना कई बार पुदीने की चाय पीना सुरक्षित होता है। स्पीयरमिंट कैंडीज चूसने से भी नाराज़गी को कम करने में मदद मिल सकती है।

5. तुलसी का सेवन करना (Take Tulsi)

Take Tulsi

यह सस्ती जड़ी बूटी कई स्वस्थ लाभों से भरपुर है। तुलसी सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। खासकर सबसे आम बीमारियों में से कुछ को दूर करने जैस- इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए तुलसी काफी फायदेमंद मानी जाती है। नियमित रूप से इसका उपयोग किए जाने पर तुलसी के कुछ पत्ते स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। तुलसी में ऐसे पदार्थ होते हैं जो गैस को कम कर सकते हैं, भूख बढ़ा सकते हैं, ऐंठन से राहत दिला सकते हैं और समग्र पाचन में सुधार कर सकते हैं।

तुलसी में यूजेनॉल भी होता है, जो पेट में एसिड की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। तुलसी में लिनोलिक एसिड का उच्च स्तर भी होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एक परेशान पेट वाला व्यक्ति अपने लक्षणों के कम होने तक भोजन में 1 या 2 चम्मच सूखे तुलसी के पत्ते, या कुछ ताजा तुलसी के पत्ते जोड़ने का प्रयास कर सकता है। अधिक तात्कालिक परिणामों के लिए, वे चाय बनाने के लिए आधा चम्मच सूखी तुलसी, या कुछ ताजी पत्तियों को उबले हुए पानी में मिला सकते हैं।

6. दही का सेवन करना (Take Curd)

Take Curd

अक्सर इसका प्रयोग हर घर में किया जाता है। इसमें कई तरह के पौष्टिक तत्व मौजूद रहते है।  दही में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन पाया जाता है। इसमें दूध की अपेक्षा में ज्यादा कौल्शियम होता है। गर्मी के समय में सबसे ज्यादा पेट दर्द और पेट में जलन की समस्या बढ़ने लगती है। ऐसे में दही में मौजूद बैक्टीरियां पेट का संतुलन बनाएं रखने में सहायक होते है। जिससे पेट तुरंत ठीक हो जाता है।

7. निंबू का सेवन करना (Take Lemon)

Take Lemon

इसमें बहुत ज्यादा औषधीय गुण मौजूद होता है।इसमें बीटामिन C प्रचूर मात्रा में पायी जाती है। अगर आपके शरीर में बीटामिन सी की मात्रा भरपूर नही है तो बहुत सी बीमारियों का यह कारण बन सकता है। यह मुख्य रुप से एशिया में पाया जाता है। यह कपड़ों में से दाग हटाने का भी काम करता है। यह एक बेहद फायदेमंद स्टामक पेन रेमिडिज है। जो ठंडे या गरम पानी में निम्बू निचोड़कर, थोड़ा काला नमक डालकर पीने से भी आपका पेट दर्द कम हो जाता है। इससे गैस सम्भंदित समस्या भी दूर होती है|

8. एलोवेरा का रस (Take Alovera)

Take Alovera

एलोवेरा के जूस का सेवन करने से शरीर में होने वाले पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। इनमें 12 विटामिन, 18 अमीनो एसिड, 20 खनिज, 75 पोषक तत्व और 200 सक्रिय एंजाइम शामिल हैं। इसके अलावा कई रासायनिक गुण खनिज कैल्शियम, जस्ता, तांबा, पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैग्नीशियम, क्रोमियम और मैंगनीज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और इसमें विटामिन के गुण भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। पेट में दर्द के साथ-साथ अगर आपको जर्म्स भी हो गए है, तो इसके लिए रोजाना आधा कप एलोवेरा का रस आपको इससे राहत दिला सकता है। एलोवेरा का रस डायरिया, गैस, उलटी जैसी बड़ी परेशानियों में भी फायदेमंद है।

9. अनार का सेवन (Take Pomegranate)

Take Pomegranate

अनार के लाल-लाल दाने सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से बच्‍चों की कई तरह की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को खत्‍म किया जा सकता है।अगर आपके बच्‍चे का भी पेट खराब रहता है या उसके दांतों में कीड़े लग गए हैं, तो इस तरह की समस्‍याओं से छुटकारा पाने के लिए उसे अनार खिला सकते हैं। पेट में गड़बड़ी, कैंसर, दिल सबधी रोगों, हाई ब्लड प्रेशर और एनीमिया के उपचार में अनार फायदेमंद होता है। इसके अलावा सूजन, जलन और जोड़ों का दर्द कम करने में मददगार होता है।पाचन तत्र से जुड़ी किसी भी समस्या के निदान में अनार कारगर है।

10. मेथी दाना (Intake Methi Dana)

Intake Methi Dana

पेट दर्द एक सामान्य बीमारी है और ज्यादा खाने या इनडाइजेशन के कारण कई बार यह प्रॉब्लम हो जाती है। भारतीय आयुर्वेद में पेट के दर्द को दूर करने के अनेक रामबाण उपाय बताए गए हैं। भारतीय किचन में मेथी दानों को इस्तेमाल होता ही है। खाना पकाते समय बघार मे इसका यूज किया जाता है। लेकिन मेथी के दाने पेट दर्द में रामबाण दवा का काम करते हैं। इन्हें हल्का-सा भूनकर इसका पाउडर बना लें। जब भी पेट दर्द हो तो गुनगुने पानी के साथ पीने से पेट दर्द में कमी आती है।

इस लेख के माध्यम से हमने आपको पेट दर्द में होने वाली समस्या और उसके निदान के बारे में बताया है। अगर आप इस लेख को पढ़कर इसके घरेलू उपयोग करके आप भी पेट दर्द की समस्या से निजात पा सकते है। उम्मीद है यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

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